The Rajasthan State Government has taken an unprecedented decision to start the Mukhya Mantri Nishulk Dava Yojna for providing the essential medicines free of cost to all patients in all the government hospitals CHCs/PHCs and dispensaries from 2nd October, 2011. The Scheme has been widely welcomed by the people. The number of OPD as well as IPD patients in the Government hospitals has increased substantially.
A
large number of people in the State are not able to afford
the expenditure of their treatment. High expenditure on health care is
the major cause of rural indebtedness. The State Government has
realized this problem of the common citizen and started the scheme of
free drug distribution to all citizens from 2nd October, 2011. The
scheme is providing qualitative medicines & surgical free of cost.
Rajasthan Medical Services Corporation has been constituted for purchase
of medicines, which is supplying medicines to all government health
institutions through District Drug Warehouses established in all the
districts of the State.
मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना राज्य
सरकार द्वारा अभूतपूर्व निर्णय लेकर राज्य में २ अक्टूबर, २०११ से समस्त
राजकीय चिकित्सा संस्थानों में बी.पी.एल. के साथ-साथ अन्य सभी मरीजों को
१४,७३७ वितरण केन्द्रों से सर्वाधिक आवश्यक दवाइयां नि:शुल्क उपलब्ध कराने
हेतु ‘मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजनाङ्क प्रारम्भ की गई है। ङ्घ सरकारी
चिकित्सा संस्थानों में सभी वर्गों के मरीजों को अतिआवश्यक दवाइयां एवं
सर्जिकल्स नि:शुल्क। १३,८३१ चिकित्सा इकाइयों के १४,७३७ दवा वितरण
केन्द्रों पर २ अक्टूबर, २०११ से प्रारम्भ। इस योजना को पूरे देश में सराहा
गया है। राज्य की समस्त ७ करो‹ड जनता को वार्षिक ३००
करो‹ड रुपये के बजट प्रावधान के साथ अभूतपूर्व राहत । ङ्घ मेडिकल कॉलेज से संबंधित अस्पताल में ४००-४५०, जिला अस्पताल में ३२५-४००, सीएचसी में
१५०-२५०, पीएचसी में १००-१५० एवं उप केन्द्र में २०-३० दवाइयां, सर्जिकल्स एवं सूचर्स निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ङ्घ गम्भीर बीमारियोंं जैसे कैन्सर की २१, हृदय-रोग की ३५, डायबिटीज की १३ एवं श्वास-दमा की १२ दवाइयां मरीजों को उपलब्ध। बालिकाओं, वृद्धजनों, विशेष योग्यजनों एवं गरीबों को सबसे
ज्यादा फायदा। योजना के संचालन हेतु राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन का गठन एवं संचालन। ङ्घ गत एक वर्ष में इस योजना के क्रियान्वयन से गरीब जनता के १५९१.८९ करो‹ड रुपये की शुद्ध बचत। ङ्घ स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों में औसतन वृद्धि लगभग ५० प्रतिशत। एक वर्ष में ७.६३ करो‹ड मरीज
लाभान्वित।
करो‹ड रुपये के बजट प्रावधान के साथ अभूतपूर्व राहत । ङ्घ मेडिकल कॉलेज से संबंधित अस्पताल में ४००-४५०, जिला अस्पताल में ३२५-४००, सीएचसी में
१५०-२५०, पीएचसी में १००-१५० एवं उप केन्द्र में २०-३० दवाइयां, सर्जिकल्स एवं सूचर्स निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ङ्घ गम्भीर बीमारियोंं जैसे कैन्सर की २१, हृदय-रोग की ३५, डायबिटीज की १३ एवं श्वास-दमा की १२ दवाइयां मरीजों को उपलब्ध। बालिकाओं, वृद्धजनों, विशेष योग्यजनों एवं गरीबों को सबसे
ज्यादा फायदा। योजना के संचालन हेतु राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन का गठन एवं संचालन। ङ्घ गत एक वर्ष में इस योजना के क्रियान्वयन से गरीब जनता के १५९१.८९ करो‹ड रुपये की शुद्ध बचत। ङ्घ स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों में औसतन वृद्धि लगभग ५० प्रतिशत। एक वर्ष में ७.६३ करो‹ड मरीज
लाभान्वित।
Important points of Scheme
- Started on Oct2, 2011
- Objective
- Qualitative medical services at low cost -.
- Reduce cost in treatment
- RMSCL established to purchase drugs
- Essential medicines made available free of cost to patients
- Free of cost Surgicals- Needles, Disposable syringes, IVA Bldd afusion Set, Sutures etc
- Drug distribution centers as per timings of OPD and 24 hrs for IPD
- Beneficiaries:
- OPD patients
- IPD patients
- Those included as beneficiaries of MMJRK
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